संसदीय राजभाषा समिति की दूसरी उपसमिति द्वारा दिनांक 09.09.2017 को भाकृअनुप - केन्द्रीय तटीय कृषि अनुसंधान संस्थान,  गोवा में राजभाषा संबंधी निरीक्षण

 

संसदीय राजभाषा समिति की दूसरी उपसमिति द्वारा दिनांक 09.09.2017 को भाकृअनुप - केन्द्रीय तटीय कृषि अनुसंधान संस्थान,  गोवा में राजभाषा संबंधी निरीक्षण

 

संसदीय राजभाषा समिति की दूसरी उपसमिति द्वारा दिनांक 09.09.2017 को भाकृअनुप - केन्द्रीय तटीय कृषि अनुसंधान संस्थान,  गोवा में राजभाषा संबंधी निरीक्षण किया गया। संसदीय राजभाषा समिति की दूसरी उपसमिति के निम्नलिखित सदस्य राजभाषा संबंधी निरीक्षण हेतु गोवा आए थे –

1.       डॉ सत्यनारायण जटिया, संसद सदस्य (राज्य सभा) व उपाध्यक्ष (संसदीय राजभाषा समिति की दूसरी उपसमिति)

2.   डॉ प्रसन्न कुमार पाटसाणी, संसद सदस्य (लोक सभा) व संयोजक (संसदीय राजभाषा समिति की दूसरी उपसमिति)

3.       डॉ सुनील बलीराम गायकवाड़, संसद सदस्य (लोक सभा) व सदस्य (संसदीय राजभाषा समिति की दूसरी उपसमिति)

4.       श्री लक्ष्मी नारायण यादव, संसद सदस्य (लोक सभा) व सदस्य (संसदीय राजभाषा समिति की दूसरी उपसमिति)

 

समिति के सदस्यों का स्वागत करते हुए संस्थान के निदेशक (कार्यकारी) डॉ एकनाथ भा चाकुरकर ने सदस्यों को संस्थान की गतिविधियों के बारे में अवगत कराया।

 

संस्थान के निरीक्षण के दौरान समिति के सदस्यों ने संस्थान में चल रहे अनुसंधान संबंधी तथा राजभाषा संबंधी कार्यों की विशेष प्रशंसा की। इस दौरान संस्थान द्वारा आयोजित प्रदर्शनी का सभी सदस्यों ने अवलोकन किया तथा विभिन्न तकनीकी तथा प्रशासनिक प्रकाशनों के बारे में जानकारी ली । समिति के सदस्यों द्वारा हिन्दी के प्रचार एवं प्रसार के लिए संदेश भी जारी किया गया।

 

इस अवसर पर संस्थान द्वारा प्रकाशित एक तकनीकी विवरणिका “भाकृअनुप : केन्द्रीय तटीय कृषि अनुसंधान संस्थान,  गोवा – एक झलक” का विमोचन किया गया।

 

इस निरीक्षण के लिए मुख्यालय से डॉ शिव कुमार ध्यानी (प्रधान वैज्ञानिक - प्रा स प्र),  श्रीमति सीमा चोपड़ा (निदेशक - राजभाषा) तथा श्री ओम प्रकाश जोशी (सहायक मुख्य तकनीकी अधिकारी) तथा संस्थान से श्री सौरभ मुनि वित्त एवं लेखा अधिकारी / सचिव (रा॰का॰स॰), डॉ गोपाल रा महाजन (वैज्ञानिक-मृदा विज्ञान) , श्री सोमनाथ (प्रशासनिक अधिकारी) व श्री सिद्धार्थ मराठे (तकनीकी अधिकारी) ने निरीक्षण में भाग लिया।

 

धन्यवाद ज्ञापन डॉ शिव कुमार ध्यानी (प्रधान वैज्ञानिक - प्रा स प्र, नई दिल्ली) द्वारा दिया गया।